वीरप्पन एक कुख्यात डाकू था। वह कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल राज्यों में झाड़ी भूमि और जंगलों में लगभग 30 वर्षों तक सक्रिय रहा। 80 और 90 के दशक में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो वीरप्पन को नहीं जानता होगा। वीरप्पन दक्षिण भारत का कुख्यात चन्दन तस्कर था। चन्दन की तस्करी के अतिरिक्त वह हाथीदांत की तस्करी, हाथियों के अवैध शिकार, पुलिस तथा वन्य अधिकारियों की हत्या व अपहरण के कई मामलों का भी अभियुक्त था। कहते हैं वीरप्पन ने चंदन तथा हाथीदांत से इतना पैसा कमाया की वो खुद इस पैसे का हिसाब नहीं रख पाता था । उसने मुथलक्ष्मी से शादी की जो उसकी लम्बी लम्बी मूछों से प्रभावित थी। तमिलनाडु पुलिस के स्पेशल टास्क फ़ोर्स द्वारा ऑपरेशन कोकून वीरप्पन और उसके सहयोगियों को पकड़ने के लिए चलाया गया था। 18 अक्टूबर 2004 को वीरप्पन और उनके दो साथियो को तमिलनाडु स्पेशल टास्क फाॅर्स के विजय कुमार के नेतृत्व में मार गिराया था। वीरप्पन को लगता था कि उसकी बहन मारी तथा उसके भाई अर्जुनन की हत्या के लिए पुलिस जिम्मेवार थी। अपने गांव गोपीनाथम में उसकी छवि रॉबिन हुड की तरह थी। गांव के निवासी उसके लिएएक छत्र की तरह काम करते थे तथा उसे पुलिस की गतिविधियों के बारे में सूचनाएं दिया करते थे।
Thursday, 18 January 2018
जानिये कैसे एक सामान्य आदमी बना चन्दन तस्कर वीरप्पन : बर्थ डे स्पेशल
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