सोमवार को भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत ही शुभ और फलदायी माना जाता है। सनातन संस्कृति से ही लोग इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा करते आए हैं। सोमवार के इस व्रत को करने वाले सभी भक्तों से भगवान भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होते हैं। आज हम आपको बताते हैं कि आखिर सोमवार को ही क्यों भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व है-
कहा जाता है कि चंद्र देव सोमवार के ही दिन भगवान भोलेनाथ की आराधना करते थे जिससे उन्हें स्वस्थ और निरोगी शरीर मिला था और मनवांछित फल प्राप्त हुआ था । इसलिए सोमवार को भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है।
सोमवार पूजा विधि-
वैसे तो भगवान भोलेनाथ बहुत ही सीधे और भोले होते हैं, एक लोटा जल चढाने से भी भगवान प्रसन्न हो जाते हैं। परन्तु मनवांछित फल पाने के लिए निम्नलिखित पूजा विधि अपनाएं -
- सर्वप्रथम भगवान शिव को जल से स्नान करवाएं।
- इसके पश्चात् भोलेनाथ को कच्चे दूध और गंगाजल से स्नान करवाएं।
- तत्पश्चात धूप, दीप, नेवैद्य, फल, फूल और गन्ने का रस आदि अर्पण करें।
- भोलेनाथ को बेलपत्र अत्यंत प्रिय है इसलिए 21 बेलपत्रों पर चंदन से 'ऊं नम: शिवाय' लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस एक उपाय से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
- लाल डंठलवाला धतूरा शिव पूजन में अत्यंत शुभ और आवश्यक माना गया है। इसलिए पूजा में धतूरा अवश्य शामिल करें।
- १०८ बार महा मृत्युञ्जय मंत्र का जाप करना चाहिए।
- दिन भर उपवास रखें एवं उपवास के दौरान मन प्रसन्न रखें, क्रोध, ईष्र्या, चुगली न करें।
पूजा में प्रयोग किये जाने वाले मंत्र -
- ॐ नम: शिवाय
- ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं
- ॐ जूं स:
विधि विधान से पूजा करने के लाभ-
- धन की प्राप्ति होती है।
- पापों का नाश हो जाता है।
- सुख में वृद्धि होती है।
- संतान सुख में वृद्धि होती है।
- उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होता है।
- मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- अविवाहितों का विवाह शीघ्र होता है।
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